दोस्त : भाई साब, आप इतने परेशान क्यूं है..?
मिश्रा जी 😒 : यार, एक तो इस गर्मी ने परेशान कर रखा है मादरचोद....
ऊपर से रोज रात को थम्सअप् पीकर तेरी भाभी कहती है, "चलो आज कुछ तुफानी करते हैं.."
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बचपन में मैं भी जब कोई गलती कर देता था और पिटने के आसार नजर आने लगते थे तो तुरंत किताब खोल के बैठ जाता था! वो बात अलग है कि कुटाई फिर भी होती थी। - जामिया लाइब्रेरी कांड