शादीशुदा मर्द कितना भी खुद्दार क्यों ना हो
सोता ससुराल के दिए हुए पलंग पर ही है
ससुराल के पलंग पर
लेटे लेटे प्राप्त ज्ञान😉
बचपन में मैं भी जब कोई गलती कर देता था और पिटने के आसार नजर आने लगते थे तो तुरंत किताब खोल के बैठ जाता था! वो बात अलग है कि कुटाई फिर भी होती थी। - जामिया लाइब्रेरी कांड