पति से टांगे दबवाते देख कर
सास बहू से बोली।
हाय राम, हमार लल्ला से टाँगे दबवा रही हो।
मॉडर्न बहु : टाँगे उठाई भी तो तुम्हारे लल्ले ने थी।
अब दबानी भी उसे ही पड़ेगी।
🤔😛😁😇😯😯
बचपन में मैं भी जब कोई गलती कर देता था और पिटने के आसार नजर आने लगते थे तो तुरंत किताब खोल के बैठ जाता था! वो बात अलग है कि कुटाई फिर भी होती थी। - जामिया लाइब्रेरी कांड