आजकल के लड़कों की जेब में भले ही एक रुपया भी ना हो ..😉
.
.
.
.
.
.
.
.
पर साला मोबाइल पर पैटर्न लॉक ऐसे लगायेंगे
जैसे काले धन का सारा राज़ उसी में छिपा हो! 😎
बचपन में मैं भी जब कोई गलती कर देता था और पिटने के आसार नजर आने लगते थे तो तुरंत किताब खोल के बैठ जाता था! वो बात अलग है कि कुटाई फिर भी होती थी। - जामिया लाइब्रेरी कांड