फूल *मुरझाते* अच्छे नहीं लगते..
आप *लंड खुजाते* अच्छे नहीं लगते
यही उम्र है चोदने की यारों
यूं बाथरूम में..
*रोज हिलाते अच्छे नहीं लगते!*
👊💦 ...😜
बचपन में मैं भी जब कोई गलती कर देता था और पिटने के आसार नजर आने लगते थे तो तुरंत किताब खोल के बैठ जाता था! वो बात अलग है कि कुटाई फिर भी होती थी। - जामिया लाइब्रेरी कांड