वायनाड की जनता को कोटि कोटि धन्यवाद संसद भवन में मनोरंजन का जुगाड़ बनाये रखने के लिए😂😂
बचपन में मैं भी जब कोई गलती कर देता था और पिटने के आसार नजर आने लगते थे तो तुरंत किताब खोल के बैठ जाता था! वो बात अलग है कि कुटाई फिर भी होती थी। - जामिया लाइब्रेरी कांड