जिसे शरबत समझा वो वाईन 🍾🍾 थी,
मुझे Bye बोलकर वो 3 घंटे Online थी....
😂😂😂😂😂
बचपन में मैं भी जब कोई गलती कर देता था और पिटने के आसार नजर आने लगते थे तो तुरंत किताब खोल के बैठ जाता था! वो बात अलग है कि कुटाई फिर भी होती थी। - जामिया लाइब्रेरी कांड